भोपाल (नप्र)। मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (मैनिट) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (एनआईएफटी) के छात्रों ने सीनियर्स पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए यूजीसी की एंटी रैगिंग हेल्पलाइन को शिकायत की है। हेल्पलाइन ने शिकायत मिलने के साथ ही इसे कार्रवाई के लिए संस्थान को फॉरवर्ड कर दिया है। मामले में सभी आरोपी छात्र आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के रहने वाले हैं। वहीं सभी पीडि़त छात्र आध्रप्रदेश के रहने वाले हैं।
मैनिट के छात्र ने जहां आरोपी छात्रों के खिलाफ नामजद शिकायत की है, वहीं एनआईएफटी के छात्र ने आरोपी छात्रों के नामों का खुलासा नहीं किया है। मैनिट के छात्र ने बताया कि वह आंध्रप्रदेश का रहने वाला है और फर्स्ट इयर का छात्र है। छात्र के मुताबिक फर्स्ट इयर के कुछ छात्रों को हॉस्टल नंबर एक और कुछ छात्रों को हॉस्टल नंबर दो में रखा गया है। हॉस्टल नंबर दो में रहने वाले छात्रों को तो सीनियर्स ने प्रताड़ित करना बंद कर दिया है, लेकिन हॉस्टल नंबर एक में रहने वाले छात्रों के साथ रहने वाले छात्रों के साथ अब भी परिचय के नाम पर रैगिंग की घटना हो रही है।
इनमें संस्थान के छात्र लाकम अजय सिंह, गुंडाला अविनाश, रैकाला भारत सिम्हा, मालौथ प्रवीण, चालुवाली अविनाश, कोल्ली परशुराम, यशवंत साई, गब्बुरी लोकेश और कैमेपल्ली राकेश शामिल हैं। ये सभी आरोपी छात्र आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के रहने वाले हैं। साथ ही जिनके साथ रैगिंग हुई है, वे सभी भी आंध्रप्रदेश के रहने वाले हैं। पीड़ित छात्रों में तेजेश नायक, बथुला प्रसुथ, त्रिसोनम गुनाम, श्रीकार नायडू, केशव और कृष्णानाथ शामिल हैं। पीड़ित छात्र ने शिकायत पर जल्द कार्रवाई की मांग की है। वहीं डायरेक्टर प्रो. अप्पू कुट्टन का कहना है कि उन्हें हेल्पलाइन से शिकायत मिली है। वे इसकी जांच करवा रहे हैं।
एनआईएफटी के छात्रों का नाम का खुलासा नहीं
एनआईएफटी के छात्र ने भी रैगिंग की शिकायत की है। हालांकि शिकायत में फरियादी छात्र ने न तो अपने नाम का खुलासा किया है और न ही पीड़ित छात्र के नाम का। वहीं संस्थान की ओर से हेल्पलाइन को मामले की जांच का आश्वासन दिया गया है।
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