Wednesday, October 22, 2014

रैगिंग रोकने के लिए इनसो चलाएगा अभियान Publish Date:Mon, 30 Jun 2014


जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से विद्याíथयों के साथ रैगिंग को रोकने संबंधी किए जा रहे प्रयासों को इनसो ने भी विश्वविद्यालय प्रशासन को इस मुहिम में अपना सहयोग देने की पहल की है। इनसो के पदाधिकारी सोमवार को राष्ट्रीय प्रधान महासचिव जसविंद्र खैरा के नेतृत्व में कुलपति को मिले। उन्होंने कुलपति से माग की कि रैगिंग को रोकने के लिए प्रशासन जहा पुख्ता इंतजाम कर रहा है, वहीं उसे विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में सुरक्षाकर्मी भी तैनात करने चाहिए, ताकि असामाजिक तलवों के मन में भय बना रहे।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा कर्मियों के तैनात होने से विद्याíथयों में भी सुरक्षा का माहौल पैदा होगा। उन्होंने विश्वविद्यालय कुलपति को बताया कि इनसो के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय के प्रत्येक विभाग में जाकर विद्याíथयों को रैगिंग के खिलाफ मुहिम चलाने के लिए जागरूक करेगे। इनसो द्वारा एंटी रैगिंग अभियान चलाया जाएगा। उसके तहत विश्वविद्यालय में अध्ययन कर रहे विद्याíथयों को ये समझाया जाएगा कि जो व्यवहार वे अन्य विद्याíथयों के साथ करे, वैसा व्यवहार उनके अपने किसी परिजन के साथ शिक्षा ग्रहण के दौरान हो सकता है, इसलिए वे रैगिंग जैसे घृणित कार्य से दूर रहे। जसविंद्र खैरा ने बताया कि विद्याíथयों को रैगिंग के खिलाफ एकजुट करने के लिए इनसो द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार माध्यमों का प्रयोग किया जाएगा। इतना ही नहीं इस मुहिम में सहयोग देने वाले विद्याíथयों को इनसो के राष्ट्रीय नेताओं द्वारा कार्यक्रमों के दौरान सम्मानित भी किया जाएगा।
खैरा ने बताया कि कुलपति को इनसो द्वारा सौंपे गए पत्र के जवाब में कुलपति ने इनसो को आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय प्रशासन इनसो की माग को जायज मानते हुए उसे अमल में लाने का पूरा प्रयास करेगा। इनसो प्रवक्ता योगेश शर्मा ने कहा कि कुलपति ने इनसो की रैगिंग विरोधी मुहिम का स्वागत करते हुए उन्हे भी हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। इनसो के कुवि संयोजक विक्रम चौधरी ने कहा कि नए शैक्षिक सत्र से एंटी रैगिंग अभियान आरभ हो जाएगा।
इस मौके पर इनसो नेता जयकिशन जैकी, इनसो सचिव रुद्र कुमार, गुरदेव सिंह, गुरमीत हुदल, विपिन पाचाल, हैप्पी, रमनदीप सिंह, लवप्रीत सिंह, मंजू जाखड़, नीरू, जगदीप कौर, प्रियंका गुलिया आदि उपस्थित रहे।

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